Saturday, July 17, 2010

क्या यही तथाकथित धर्मनिर्पेक्षता हे............पत्रकारों या मीडिया कि.........

विद्वानों ने सही ही कहा है कि हिन्दुओ का दुश्मन हिंदू ही है। अगर कोई व्यक्ति या सगंठन धर्म की एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए आगे बढ़ा और वह राष्ट्र जो सोया हुआ था, जिसे स्कूल में ग़लत इतिहास पढ़ा कर उस का स्वाभिमान ख़त्म कर दिया गया था, कोई संगठन अपने राष्ट्र का सोया हुआ स्वाभिमान जगाता है और आने वाली पीढ़ी को राष्ट्र की एवं अपने धर्म की संस्कृति से परिचय कराता है तो आप और आप जैसे दुसरे तथाकथित धर्मनिर्पेक्ष पत्रकारों(आजतक,स्टार न्युज, ndtv etc.) को क्या परेशानी है ? क्या आपने कभी इन तथाकथित अल्पसंख्यक समुदाय (मुस्लिम व इसाई) के द्वारा की जाने वाली राष्ट्रविरोधी हरकतों के बारे में कभी स्टिग आपरेशन किया है ? मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आपने कभी कोई स्टिग आपरेशन नही किया होगा क्योंकि आपको मालूम है कि आपके ख़िलाफ फ़तवा या आंदोलनों को चालू होने में जरा सी देर नहीं लगेगी। माननीय तथाकथित धर्मनिर्पेक्ष पत्रकार महोदयो (आजतक,स्टार न्युज, ndtv etc.) क्या आपको मालूम है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक सघ के द्वारा पूरे देश में गौमाता की रक्षा के लिए तथा गौ माता को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के लिए विश्व मंगल गौ ग्राम यात्रा का आयोजन किया गया था । जो कि पूरी यात्रा पूरे देश में घूम रही थी । जिसको अपार जनसमर्थन मिला था । इस यात्रा को कई बड़े-बड़े संत-महात्माओ का आशीर्वाद प्राप्त था । क्या आपने या आप जैसे दूसरे तथाकथित धर्मनिर्पेक्ष पत्रकारों या मीडिया (आजतक,स्टार न्युज, ndtv etc.) ने जो कि हमेशा से ही ऐंटि हिंदू रहा है , कभी इस यात्रा या फिर इस यात्रा जैसे किसी दूसरे कार्यक्रम का सपोर्ट किया है ? ओर अपने चेनल पर इस को हेड लाइन मे दिखाया हे ओर अगर दिखाया होगा तो भी सिर्फ़ नाम करने के लिये रात को जब देश कि 99% जनता सो जाती हे । मगर इसका जवाब मैं पूरे विश्वास के साथ दे सकता हू कि कभी भी नहीं किया होगा क्योकि अगर आप इस प्रकार के कार्यक्रम का सपोर्ट करेगे तो आप की रोज़ीरोटी बंद हो जाएगी। इसलिये माननीय तथाकथित धर्मनिर्पेक्ष पत्रकारों या मीडिया (आजतक,स्टार न्युज, ndtv etc.) वालो मेरा आप से एवं आप जैसे दूसरे पत्रकारों से निवेदन है कि बिना सोचे समझे कुछ भी फ़ालतु के स्टिग आपरेशन नहीं करें । इससे वर्तमान पीढ़ी को भ्रम पैदा होगा। माननीय तथाकथित धर्मनिर्पेक्ष पत्रकारों या मीडिया (आजतक,स्टार न्युज, ndtv etc.) वालो यह इस देश का दुर्भाग्य है क‍ि आप जैसे लोगों की वजह से ही देश की ऐसी दुर्गति हो रही है । आज कश्मीर में हिन्दू अल्पसंख्यकों के साथ क्या हो रहा है और कश्मीरी पंडितों को अपने ही देश में अपना घर-बार छोड़कर मारा-मारा क्यों फिरना पड़ रहा है? आपको कश्मीर मे तोड़े गये सैकड़ों मंदिरो और लाखो विस्थापित कश्मीरी पंडितों की पीड़ा क्यो नही दिखती? शायद इन सभी प्रश्नों का उत्तर आप जैसे तथाकथित 'सेकुलर' पत्रकार या मीडिया वाले लोग नहीं दे पाएंगे लेकिन अपने आप को देश का सबसे बड़ा हितैषी होने का स्वांग जरूर करेंगे? क्या कभी आपने इन उपरोक्त विषय पर कोई स्टिग आपरेशन करने कि हिम्मत दिखाई । या फिर कभी इन विस्थापित कश्मीरी पंडितों को घाटी में दोबारा लौटने के लिए कोई मुहिम चलाई है ? कुख्यात चित्रकार मकबुल फ़िदा हुसैन के चित्रो मे तो आपको 'अभिव्यक्ति की स्वत्रंता' दिखती है ओर उसको भारत का गोरव तक बताने मे पिछे नही रह्ते हो। लेकिन वही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता डेनमार्क के कार्टूनिस्ट के मामले मे मौत का फतवा बन जाती है । जो कि हिन्दुस्थान मे जारी किया जाता हे । यदि आपमें दम है तो आप उपरोक्त ज्वलंत मुद्दों पर भी कोई स्टिग आपरेशन करने कि हिम्मत दिखाईये । डरते हो कहीं आपके खिलाफ मौत का फतवा न जारी हो जाए । आप सभी को हमेशा गुजरात के दगे ही दिखाई देते हि कभी आप (आजतक,स्टार न्युज, ndtv etc.) को गोधरा मे जलाई गई ट्रेन मे जलते हुए लोगो कि करुण पुकार सुनाई देती हे । नही ना आप को केसे सुनाई देगी आप सभी तथाकथित धर्मनिर्पेक्ष पत्रकारों या मीडिया (आजतक,स्टार न्युज, ndtv etc.) वालो के कान मे 'सेकुलर' नाम कि रुई जो लगी हुई हे । बाबरी मस्जिद को गिराकर बहुत अच्छा काम किया गया है क्योंकि ये गुलामी की प्रतीक थी और इसके लिए हम सभी हिन्दुओं को इस पर गर्व करना चाहिए। इस देश में ही यह अनर्थ हो रहा है क‍ि यद‍ि कोई हिन्दुओं के हित की बात करें तो वो 'साम्प्रदायिक' और यदि कोई मुसलमानों की बात करें तो वो 'सेकुलर' । यदि आप इतने ही बडे राष्ट्रभक्त और देश के जागरूक धर्मनिर्पेक्ष पत्रकार या मीडिया(आजतक,स्टार न्युज, ndtv etc.) वाले हो तो क्यों नहीं संपूर्ण देश में 'समान अचार संहिता' लागू करवाने के लिए कोई मुहिम चलवाते या उस पर कोई स्टिग आपरेशन करने कि हिम्मत दिखाते । --- कुछ शर्म करो --- कुछ शर्म करो --- कुछ शर्म करो --- कुछ शर्म करो --- कुछ शर्म करो --- कुछ शर्म करो --- कुछ शर्म करो --- कुछ शर्म करो ।

2 comments:

Taarkeshwar Giri said...

हिन्दू इतना उग्र क्यों, आखिर वजह क्या है कि शांति का सन्देश फ़ैलाने वाला समाज आज उग्र हुआ पड़ा है, कुछ एक को छोड़कर सभी राजनितिक दल हिन्दू विरोधी हो गए हैं , सारे मीडिया वाले भी हिन्दू विरोध का प्रचार कर रहे हैं . आखिर हिन्दू इतना उग्र क्यों हो गए हैं.

बहुत ही गंभीर विषय है आज कि तारीख में . हिन्दू आज से १००० साल पहले इतना उग्र क्यों नहीं हुआ . अगर पहले ही इतना उग्र हो गया होता तो शायद भारत का नक्शा कुछ और ही होता , आखिर हिन्दू के उग्र होने कि वजह क्या है ?

क्या इसके पहले सिर्फ वोट कि राजनीती है ?
क्या इस पर धार्मिक दलों (दुसरे धर्मो का ) का दबाव है ?

For Mor Please read my Blog :
http://taarkeshwargiri.blogspot.com/2010/07/blog-post_17.html

Unknown said...

भारत का मीडिया 6-M (मार्क्स-मुल्ला-मिशनरी-मैकाले-माइनो-मार्केट) के हाथों बिका हुआ है यह कई बार सिद्ध हो चुका है…