Sunday, February 14, 2010

राष्टमन्ड्ल खेलो के अवसर पर गोमांस परोसने कि शर्मनाक तैयारी




गावों
विश्वस्य मातरः

विषय = = = = = राष्टमन्ड्ल खेलो के अवसर पर गोमांस परोसने कि शर्मनाक तैयारी

आगामी राष्टमन्ड्ल खेलो के अवसर पर विदेशी खिलाड़ियों , अधिकारियों व अतिथियों को सरकार द्वारा गोमांस परोसने कि शर्मनाक तैयारी , यह सब हमारे धर्म , सभ्यता , सन्स्क्रुति ओर परम्परा के विरुद्ध है
आओ ! हम सभी मिलकर इसका पुरजोर विरोध करें ।

· सन 1994 में बनाये गये कानून के अनुसार दिल्ली में गायों को काटने मांस बनाने अपने पास रखने परोसना व बाहर से मंगाने पर सख्त पाबन्दी हे । इस कानून को तोडने वाले को एक साल कि केद होति है ।
· गत 4 जनवरी को दिल्ली नगर निगम के सत्ता ओर विरोधी दोनो पक्षों के 250 से अधिक पार्षद ने एक राय से सरकार के इस प्रस्ताव का सख्त विरोध किया है ओर इस बात को न मानने पर राष्टमन्ड्ल खेल न होने देने कि चेतावनी भी दी है
· गो माता कि रक्षा के लिये हमारे देश में समय समय पर हिन्सक क्रान्तिया व अहिन्सक आन्दोलन भी होते रहे है । लेकिन हमारी सरकार इन सभी के बावजूद राष्टमन्ड्ल खेलो मै गोमांस परोसने पर अडि हुइ है ।

में विवेक साखँला आप सभी गो भक्तो से प्रार्थना करता हुं । कि इसके द्वारा गोमांस परोसने के विरोध मै शुरु किये गये निम्न प्रकार सहयोग करे

(क) आप अपने व्यक्तिगत अथवा अपने धार्मिक , सामाजिक , शैक्षिक , राजनैतिक सगठन के इसतर पर निम्नलिखित को अपना विरोध पत्र / ज्ञापन / SMS / यथाशीघ्र भेजने का कष्ट करे :
1) श्री मनमोहन सिह , प्रधानमन्त्री (भारत सरकार) 7 रेस कोर्स रोड , नई दिल्ली – 110001
फैक्स नम्बर … 011 23015603
2) श्रीमती शिला दीक्षित मुख्यमन्त्रि (दिल्ली सरकार) 3 जनपथ , नई दिल्ली - 110001
3) श्रीमती सोनिया गाँधी , 10 जनपथ नई दिल्ली – 110001
4) श्रीमती सुषमा स्वराज , 8 जनवरी मार्ग , नई दिल्ली – 110001
फोन नम्बर …011 – 23794344, 011 – 23794044
5) श्रीमती मेनका गाँधी 14 अशोक रोड , नई दिल्ली – 110001
ईमेल :- gandhim@sansad.nic.in
आप अपने क्षेत्र के विधायक व सांसद के पास तुरन्त शिष्ट मण्डल लेकर जाये ओर उनसे प्रार्थना करे कि इस विषय को विधानसभा संसद में उठा कर सरकार से अपने कदम वापस उठाने के लिये बाध्य करे ।
आप के उक्त सहयोग से इस आन्दोलन को अपरिमित बल मिलेगा । इस इमेल को या मेरे ब्लाग कि अधिक से अधिक लोगो को जानकारी देगे तो अति उत्तम होगा
निवेदक ===== विवेक साखँला उज्जैन ( म,प्र,)

Wednesday, February 10, 2010

गिरता गोवा ओर उठता भारत का गोरव

गिरता गोवा ओर उठता भारत का गोरव
हमारे JNU पोषित इतिहासकारों ने अक्सर हमें बताया है कि गोआ की सारी संस्कृति वगैरह जो भी वहाँ है सब कुछ पुर्तगालियों की देन है…। इसी प्रकार हम गुजरात दंगों के बाद से ही "सो कॉल्ड" बुद्धिजीवियों के मुँह से "Genocide" (जातीय सफ़ाया) नामक शब्द सुनते आये हैं… (हालांकि कश्मीर के मामले में यह शब्द नहीं कहा जाता क्योंकि उससे सेकुलरिज़्म को खतरा हो जाता है)…
नीचे दी गई लिंक पर जाईये और आपको पता चलेगा कि इस तरह से गोरों (इसे ईसाईयों पढ़ा जाये) ने गोआ से हिन्दुओं का जातीय सफ़ाया किया और गोआ की संस्कृति पर हथौड़े चलाये गये, एक समय "कोंकण की काशी" कही जाने वाली गोआ नगरी आज जुआरियों, सटोरियों, नशे के सौदागरों, हत्यारों, बिकिनियों और बाल-यौनशोषण का अड्डा बन चुकी है…
http://www.goaholidayhomes.com/info/249/goa-kashi-of-the-konkan/
http://www.amazon.com/review/R2M6Y3UGQ0K4KE

Vasant Panchami Festival

Vasant Panchami Festival
‘Since the Vasant festival (utsav) starts from the fifth day (panchami) in the bright fortnight of the Hindu lunar month of Magh, that day is called Vasant panchami. The objective of celebrating this festival is to rejoice over and to enjoy the Bliss from the new found divine consciousness (chaitanya) and new creation in Nature. It is also said that Madan, the deity of sex was born on this day. People used to ritualistically worship and pray to Madan and Rati (His wife) for a happy married life. On this day ears of grain of the new harvest are offered to the deity at home and are eaten as new grains (navanna). Since the deity Sarasvati was created on this day, She too is worshipped. It is also considered as the birthday of the deity Lakshmi. Hence this day is also called Shripanchami.’

SO PLEASE

NO VELENTAIN DAY

ONLY Vasant Panchami Festival

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BHARAT MATA KI JAY
VANDE MATARAM VANDE BHARAT MATARAM